भारतीय प्रशासनिक सेवाओं में चयन का महत्वपूर्ण पहलुओं में एक नई राह की ओर कदम बढ़ा है, जिसने यूपीपीएससी (उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग) के साक्षात्कार प्रक्रिया को नई दिशा में मोड़ दिया है। इस परिवर्तन के माध्यम से, अब सिर्फ ज्ञान की जांच नहीं होगी, बल्कि व्यक्तित्व, नैतिकता, और सामाजिक संवेदनशीलता को भी महत्व दिया जाएगा।
चरण 1: साक्षात्कार की दुनिया में नई ऊँचाइयों की ओर
यूपीपीएससी के इस बदलाव का पहला पहलु यह है कि इंटरव्यू प्रक्रिया को अब एक नए परिदृश्य से देखा जा रहा है। साक्षात्कार अब एक व्यक्ति के ज्ञान के पारे, उसके व्यक्तित्व को मूल्यांकन करने की दिशा में होगा। यह परिवर्तन हमें एक नए दृष्टिकोण से इंटरव्यू की दुनिया को देखने का मौका देता है।
चरण 2: नैतिकता और सामाजिक संवेदनशीलता का महत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत-2047’ के विचार के साथ, यह निर्णय उच्चकोटि के अफसरों की तलाश में नैतिकता, सामाजिक संवेदनशीलता, और व्यक्तिगत गुणवत्ता के साथ प्रशासनिक अफसरों को चयन करने का एक प्रयास है। यह नहीं सिर्फ एक अफसर की वार्तालाप क्षमता को परीक्षण करेगा, बल्कि उसकी दृढ़ नेतृत्व और जिम्मेदारी की क्षमता का भी परीक्षण करेगा।
चरण 3: राष्ट्रीय स्तर पर अनुभव और विचार साझा करना
14 राज्यों के लोक सेवा आयोगों के सदस्यों की कार्यशाला का आयोजन करके, यूपीपीएससी ने एक सार्वजनिक मंच बनाया है जहां विभिन्न आयोगों के अनुभव और विचार साझा किए जा सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि यह नया अनुसंधान और विचार मिलकर एक सशक्त और समयाकुल साक्षात्कार परिवर्तन प्रक्रिया की दिशा में काम करेगा।
चरण 4: एक नए प्रशासक की तलाश
आयोगों के अध्यक्ष संजय श्रीनेत ने सही दिशा में बदलाव के पक्ष में खड़ा होते हुए कहा कि इंटरव्यू का उद्देश्य हमें वह प्रशासक प्रदान करना है जो समाज के हर वर्ग को समझ सकता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से हम उन प्रशासकों को चुन सकते हैं जो भारत के ‘विकसित भारत-2047’ के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद कर सकें।
चरण 5: एथिक्स: मूल और महत्वपूर्ण आधार
अधिकारियों के चयन में एथिक्स का महत्वपूर्ण स्थान है। mcqdrishti के एथिक्स प्रशिक्षक ने सही बात कही है कि अगर अधिकारी का मूल्यांकन एथिक्स पर नहीं होता, तो वह पूरी तरह से अधूरा है। इसलिए, इंटरव्यू की प्रक्रिया में एथिक्स के महत्व को समझकर, हम सभी यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हमारे देश के अधिकारी नैतिक और सामाजिक मूल्यों को ध्यान में रखकर काम करेंगे।
संचार का महत्व
इस प्रक्रिया के माध्यम से, यूपीपीएससी ने न केवल अपनी साक्षात्कार प्रक्रिया को बेहतर बनाया है, बल्कि एक सशक्त और संवेदनशील प्रशासन की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस तरह की प्रगति से हमें आशा है कि भारतीय प्रशासन में एक नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी।